कुक्षी माइक्रो उद्वहन परियोजना का खाका तैयार, निविदा प्रक्रिया का इंतजार

सुसारी


सिंचाई के साथ पेयजल उपलब्ध करवाने वाली दो हजार 144 करोड़ लागत की कु क्षी माइक्रो उद्वहन परियोजना का खाका अब पूरी तरह तैयार हो चुका है। जिले की सबसे बड़ी इस परियोजना की वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद निविदा प्रक्रिया के लिए तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। इस सिंचाई परियोजना से कु क्षी व गंधवानी तहसील के 175 गांवों की 75 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई के साथ इन गांवों को पेयजल मिलेगा।


कु क्षी माइक्रो उद्वहन परियोजना में जिले की दो तहसील कु क्षी के 96 व गंधवानी के 79 गांव जोड़े गए हैं। परियोजना के लिए निसरपुर ब्लॉक के चंदनखेड़ी व डहर के मध्य नर्मदा नदी से 29.25 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड पानी लिफ्ट कि या जाएगा। इसके बाद इसे 80 कि मी लंबी मुख्य पाइप लाइन व वितरिका पाइप लाइन से जोड़ा जाएगा। इसके लिए रास्ते में चार पंप हाउस बनाए जाएंगे। साथ ही सिंचाई वितरण के लिए पांच कें द्र बनेंगे। इसके माध्यम से हर खेत में पानी पहुंचेगा।


सिंचाई के साथ पेयजल व स्टोरेज की सुविधा


मध्यप्रदेश की यह पहली ऐसी बड़ी नर्मदा नदी से जुड़ने वाली माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना होगी, जिसमें सिंचाई के लिए पानी देने के साथ 175 गांवों को पेयजल दिया जाएगा। इसके लिए हर गांव के बाहर एक वॉल्व लगाया जाएगा। जिसे वहां की पेयजल लाइन से जोड़ा जाएगा। साथ ही पाइप लाइन क्षेत्र में जितने भी छोटे व बड़े तालाब आएंगे, उन्हें भी योजना के तहत भरा जाएगा। ऐसे में यह एकमात्र ऐसी परियोजना होगी, जो सिंचाई व पेयजल के साथ तालाबों में भी पानी देगी।


कागजी कार्रवाई पूर्ण


नर्मदा घाटी विकास विभाग द्वारा 14 जनवरी को योजना के लिए 2 हजार 144 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति दे दी गई है। इसके बाद कार्य करने के लिए नर्मदा घाटी विकास विभाग 16 कु क्षी को जिम्मेदारी दी गई है। वन विभाग, राजस्व, खनिज आदि विभागों से मंजूरी प्राप्त होने के बाद सभी प्रकार की कागजी कार्रवाई कर इसे निविदा प्रक्रिया के लिए भेज दिया गया है। आगामी दिनों में परियोजना पर कार्य शुरु हो जाएगा।


हर खेत में सिंचाई का पानी होगा


नईदुनिया से चर्चा में नर्मदा घाटी विकास व पर्यटन विभाग मंत्री व क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल ने बताया कि कु क्षी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना को वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। निविदा प्रक्रिया के लिए सभी कागजी कार्‌रवाई पूर्ण हो चुकी है। यह परियोजना कु क्षी व गंधवानी तहसील के लोगों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इसे आगामी 4 साल में पूर्ण करने का लक्ष्य तय कि या गया है। कु क्षी विधानसभा में डही सिंचाई परियोजना अब टंट्या मामा सिंचाई परियोजना के नाम से जानी जाएगी। इसका काम शुरु हो चुका है। ऐसे में आने वाले दिनों में कु क्षी विधानसभा क्षेत्र के हर खेत व हर गांव में नर्मदा का पानी होगा।









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Publish Date: | Thu, 19 Mar 2020 04:03 AM (IST)



 


- दो हजार 144 करोड़ की परियोजना से कु क्षी व गंधवानी तहसील के 175 गांवों को मिलेगा पानी, 75 हजार हेक्टेयर में होगी सिंचाई


सुसारी (नईदुनिया न्यूज)। सिंचाई के साथ पेयजल उपलब्ध करवाने वाली दो हजार 144 करोड़ लागत की कु क्षी माइक्रो उद्वहन परियोजना का खाका अब पूरी तरह तैयार हो चुका है। जिले की सबसे बड़ी इस परियोजना की वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद निविदा प्रक्रिया के लिए तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। इस सिंचाई परियोजना से कु क्षी व गंधवानी तहसील के 175 गांवों की 75 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई के साथ इन गांवों को पेयजल मिलेगा।


कु क्षी माइक्रो उद्वहन परियोजना में जिले की दो तहसील कु क्षी के 96 व गंधवानी के 79 गांव जोड़े गए हैं। परियोजना के लिए निसरपुर ब्लॉक के चंदनखेड़ी व डहर के मध्य नर्मदा नदी से 29.25 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड पानी लिफ्ट कि या जाएगा। इसके बाद इसे 80 कि मी लंबी मुख्य पाइप लाइन व वितरिका पाइप लाइन से जोड़ा जाएगा। इसके लिए रास्ते में चार पंप हाउस बनाए जाएंगे। साथ ही सिंचाई वितरण के लिए पांच कें द्र बनेंगे। इसके माध्यम से हर खेत में पानी पहुंचेगा।



 

सिंचाई के साथ पेयजल व स्टोरेज की सुविधा


मध्यप्रदेश की यह पहली ऐसी बड़ी नर्मदा नदी से जुड़ने वाली माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना होगी, जिसमें सिंचाई के लिए पानी देने के साथ 175 गांवों को पेयजल दिया जाएगा। इसके लिए हर गांव के बाहर एक वॉल्व लगाया जाएगा। जिसे वहां की पेयजल लाइन से जोड़ा जाएगा। साथ ही पाइप लाइन क्षेत्र में जितने भी छोटे व बड़े तालाब आएंगे, उन्हें भी योजना के तहत भरा जाएगा। ऐसे में यह एकमात्र ऐसी परियोजना होगी, जो सिंचाई व पेयजल के साथ तालाबों में भी पानी देगी।



 

कागजी कार्रवाई पूर्ण


नर्मदा घाटी विकास विभाग द्वारा 14 जनवरी को योजना के लिए 2 हजार 144 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति दे दी गई है। इसके बाद कार्य करने के लिए नर्मदा घाटी विकास विभाग 16 कु क्षी को जिम्मेदारी दी गई है। वन विभाग, राजस्व, खनिज आदि विभागों से मंजूरी प्राप्त होने के बाद सभी प्रकार की कागजी कार्रवाई कर इसे निविदा प्रक्रिया के लिए भेज दिया गया है। आगामी दिनों में परियोजना पर कार्य शुरु हो जाएगा।


हर खेत में सिंचाई का पानी होगा


नईदुनिया से चर्चा में नर्मदा घाटी विकास व पर्यटन विभाग मंत्री व क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल ने बताया कि कु क्षी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना को वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। निविदा प्रक्रिया के लिए सभी कागजी कार्‌रवाई पूर्ण हो चुकी है। यह परियोजना कु क्षी व गंधवानी तहसील के लोगों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इसे आगामी 4 साल में पूर्ण करने का लक्ष्य तय कि या गया है। कु क्षी विधानसभा में डही सिंचाई परियोजना अब टंट्या मामा सिंचाई परियोजना के नाम से जानी जाएगी। इसका काम शुरु हो चुका है। ऐसे में आने वाले दिनों में कु क्षी विधानसभा क्षेत्र के हर खेत व हर गांव में नर्मदा का पानी होगा।


अधिकारियों को भेजी है


हमने कु क्षी उद्वहन परियोजना की सभी कागजी कार्‌रवाई पूर्ण कर भोपाल उच्च अधिकारियों को भेज दी है।


एसके सिंघोड़, कार्यपालन यंत्री, एनवीडीए क्रमांक 16


19 सुसारी 1। कु क्षी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का मेप कि स तरह कि स गांव में परियोजना का पानी पहुंचेगा।